चाँद पर सबसे पहले कौन गया है? चाँद पर अब तक कितने लोग जा चुके है? अभी तक Chand Par Kon Kon Gaya Hai? चाँद धरती से कितना दूर है? चाँद पर जाने में कितना समय लगता है? भारत (India) से चंद्रमा पर कौन गया है? चाँद पर जाने वाली पहली महिला कौन थी? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिये इस लेख को पूरा पढिये.
अगर किसी से यह पूछा जाये कि चाँद पर सबसे पहले कौन गया था तो ज्यादातर लोग इसका जवाब दे देंगे कि चाँद पर सबसे पहले जाने वाले व्यक्ति का नाम नील आर्मस्ट्रॉन्ग था. लेकिन उनके अलावा 11 लोग और हैं, जिन्होंने चांद की जमीन को छुआ है. क्या आपको उनका नाम मालूम है? अगर नहीं तो इस आर्टिकल में हम आपको इसी की जानकारी देने वाले हैं जिसमे हम आपको बताएँगे कि अभी तक चाँद पर कौन कौन गया है और उनके नाम क्या है.
इस आर्टिकल में हम आपके साथ अभी तक Chand Per Kaun Gaya Hai उनके नामों की लिस्ट नीचे शेयर करने वाले हैं. इसमें आप चाँद पर जाने वाले सभी व्यक्तियों के नाम, मिशन का वर्ष और स्पेस फ्लाइट का नाम क्या था यह देख सकते हैं. और लास्ट में चाँद से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में भी जानेंगे इसलिए इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ें.
अपोलो के कुल 11 मिशन हुए जिनमें से 27 अंतरिक्ष यात्रियों ने चाँद तक का सफर किया और इनमें से 24 ने चाँद का चक्कर लगाया था। आपको बता दें कि इनमें से केवल 12 यात्री ही ऐसे थे जिन्होंने चाँद की सतह पर कदम रखा था। चाँद पर कदम रखने वाले व्यक्तियों की जानकारी नीचे दी गयी है:-
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चाँद पर कौन कौन गया है? | Chand Par Kon Kon Gaya Hai
चाँद पर पहुंचना वैज्ञानिक दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा कदम था। चंद्रमा पर कदम रखने वाले केवल 12 लोग सभी अमेरिकी पुरुष थे, और कोई भी एक से अधिक बार चंद्रमा पर नहीं गया है.
आप की सुविधा के लिए हमने एक सारणी बनायी है जिसमे आप देख सकते हैं कि Chand Par Kaun Kaun Gaya Hai? साथ ही उनके मिशन का वर्ष और मिशन का नाम भी आप इस सरणी के माध्यम से देख सकते हैं. तो चलिए जानते हैं उन लोगों के बारे में.
क्रम संख्या | मिशन का वर्ष | मिशन पर जाने वाले व्यक्तियों के नाम | स्पेस फ्लाइट का नाम |
1 | July 1969 | नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) | Apollo 11 |
2 | July 1969 | बज एल्ड्रिन (Buzz Aldrin) | Apollo 11 |
3 | November 1969 | पीट कॉनराड (Pete Conrad) | Apollo 12 |
4 | November 1969 | एलन बीन (Alan Bean) | Apollo 12 |
5 | Feb 1971 | एलन शेपर्ड (Alan Shepard) | Apollo 14 |
6 | Feb 1971 | एडगर मिशेल (Edgar Mitchell) | Apollo 14 |
7 | Aug 1971 | डेविड स्कॉट (David Scott) | Apollo 15 |
8 | Aug 1971 | जेम्स इरविन (James Irwin) | Apollo 15 |
9 | April 1972 | जॉन यंग (John Young) | Apollo 16 |
10 | April 1972 | चार्ल्स ड्यूक (Charles Duke) | Apollo 16 |
11 | Dec 1972 | हैरिसन स्मिथ (Harrison Schmitt) | Apollo 17 |
12 | Dec 1972 | यूजीन सेरनन (Eugene Cernan) | Apollo 17 |
अभी तक चाँद पर कौन कौन गया है ? Aaj Tak Chand Par Kon Kon Gaya Hai
चाँद पर जाने के लिए समय समय पर दुनिया के कई देशों ने प्रयास किया है। जिसमें से सबसे पहले नाम अमेरिका और सोवियत संघ का आता है। इन देशों में से अमेरिका ने नासा के जरिये अभी तक कुल मिलाकर अभी तक 12 व्यक्तियों को चाँद तक पहुंचा दिया है. तो चलिए विस्तार से जानते हैं इनके बारे में –
1. नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong)
नील आर्मस्ट्रांग को दुनिया चाँद पर जाने वाले पहले व्यक्ति के रूप में जानते हैं। इन्होने एक नेवल एविएटर, वैमानिक इंजीनियर , टेस्ट पायलट और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर के तौर पर भी कार्य किया है। Neil Armstrong ने 20 जुलाई सन 1969 को अपोलो 11 मिशन से चाँद की यात्रा की थी। ये एक अमेरिकी नागरिक थे जो Apollo 11 के कमांडर भी थे.
चांद पर कदम रखने के दौरान आर्मस्ट्रॉन्ग ने कहा था, ‘ये मनुष्य के लिए छोटा कदम है, मगर मानवता के लिए एक विशाल छलांग है.’
2. बज़ एल्ड्रिन (Edwin “Buzz” Aldrin)
बज एल्ड्रिन (Buzz Aldrin) अपोलो 11 मिशन के दौरान नील आर्मस्ट्रॉन्ग के साथ थे. चांद पर कदम रखने वाले वह दुनिया के दूसरे शख्स थे. वह एक पूर्व अमेरिकी एस्ट्रोनोट, इंजीनियर और लड़ाकू पायलट हैं. एल्ड्रिन अपोलो 11 के अंतिम जीवित क्रू मेंबर हैं.
वर्तमान में फ्लोरिडा में निवास कर रहे हैं। इनका जन्म 20 जनवरी 1930 में अमेरिका ग्लेन रिज में हुआ था। एल्ड्रिन उत्तरी ध्रुव की यात्रा कर चुके हैं और इनका नाम वहां पहुँचने वाले सबसे ज्यादा आयु के व्यक्ति के तौर पर भी लिया जाता है। ये पूर्व अमेरिकी एस्ट्रोनोट, यांत्रिक इंजीनियर और लड़ाकू पायलट रह चुके हैं।
3. पीट कॉनराड (Charles “Pete” Conrad)
पेटे कॉनराड चांद पर कदम रखने वाले तीसरे व्यक्ति थे. अमेरिका ने नवंबर 1969 में अपोलो 12 मिशन भेजा था, जिसके जरिए कॉनराड चांद पर पहुंचे. कॉनराड को 1962 में नासा के दूसरे एस्ट्रोनोट क्लास में चुना गया था. एक सड़क दुर्घटना में साल 1999 में उनकी मौत हो गई थी.
4. एलन बीन (Alan Bean)
एलन बीन (Alan Bean) पेटे कॉनराड के साथ ही चांद पर गए थे. वह अपोलो 12 मिशन का हिस्सा थे. इस तरह वह चांद पर जाने वाले चौथे व्यक्ति थे. ये एयरोनॉटिकल इंजीनियर, नौ सेना सलाहकार और परीक्षण पायलट के रूप में जाने जाते हैं जो नासा के लिए कार्य करते थे। नासा से साल 1981 में बीन रिटायर हो गए और फिर पेंटिंग को अपनी रुचि बना ली.
5. एलन शेपर्ड (Alan B. Shepard Jr.)
एलन शेपर्ड (Alan Shepard) चांद पर जाने वाले पांचवे व्यक्ति थे. वह एक अमेरिकी एस्ट्रोनोट, नेवल एविएटर, टेस्ट पायलट और बिजनेसमैन थे. वह फरवरी 1971 में अपोलो 14 मिशन के तहत चांद पर गए थे. वह अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे व्यक्ति और पहले अमेरिकी नागरिक थे.
6. एड मिशेल (Edgar D. Mitchell)
एडगर मिशेल ने अपोलो 14 मिशन (1971) के तहत चांद पर कदम रखा और इस तरह वह ऐसा करने वाले छठे व्यक्ति बन गए. उन्होंने फ्रा मौरो हाइलैंड्स क्षेत्र में चांद की सतह पर नौ घंटे काम किया.
7. डेविड स्कॉट (David R. Scott)
डेविड स्कॉट अगस्त 1971 में अपोलो 15 क्लासिक मिशन के दौरान चन्द्रमा पर जाने वाले विश्व के सातवें व्यक्ति बने। David Scott का जन्म वर्ष 1932 में 6 जून को यूनाइटेड स्टेट के सैन एंटोनियो , टेक्सास में हुआ था। स्कॉट को एक स्कॉट परीक्षण पायलट, और astronaut के तौर पर जाना जाता है। इनका नाम अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक तीन बार यात्रा करने वाले व्यक्ति के रूप में भी लिया जाता है। इनकी तीन बार की Space Travel – Apollo 15, Apollo 9, Gemini 8 रह चुकी हैं.
8. जेम्स इरविन (James B. Irwin)
जेम्स इरविन का नाम भी चन्द्रमा पर जाने वाले व्यक्तियों के नामों में आठवें नम्बर पर है। इनका पूरा नाम जेम्स बेनसन इरविन है। ये अपोलो 15 मिशन पर गए थे। James Irwin का जन्म यूएस के Pittsburgh, Pennsylvania में हुआ था। Air force pilot, testing pilot, astronaut, और astronautical engineer के रूप में इनकी पहचान है। साल 1991 में 61 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया था.
9. जॉन यंग (John W. Young)
अप्रैल 1972 में अपोलो 16 मिशन पर जाने वाले जॉन यंग चाँद पर चलने वाले 9वें व्यक्ति हैं। उन्हें अपोलो 16 मिशन में एक कमांडर के तौर पर भेजा गया था। इनका पूरा नाम जॉन वॉटसन यंग है। इनका जन्म अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया में 24 सितम्बर, 1930 को हुआ था। ये अंतरिक्ष यात्री, परिक्षण पायलट, वैमानिकी इंजीनियर और नौसेना अधिकारी थे।
इनके नाम 6 बार अंतरिक्ष यात्रा करने का एक विश्व रिकॉर्ड भी है। ये यात्राएं हैं – Apollo 16, Gemini 3, Gemini, Apollo 10, STS-1, STS-9 मिशन। इन्होने नासा में 40 वर्ष कार्य किया और और सन 2004 में रिटायर हो गए. 2018 में उनका देहांत हो गया.
10. चार्ल्स ड्यूक (Charles M. Duke)
चार्ल्स ड्यूक भी जॉन यंग के साथ अपोलो 16 मिशन के जरिए चांद पर पहुंचे. वह चांद पर कदम रखने वाले 10वें व्यक्ति थे. ड्यूक चांद पर कदम रखने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे. उन्होंने 36 साल 201 दिन की उम्र में चांद पर कदम रखा.
इनका पूरा नाम चार्ल्स मॉस ड्यूक जूनियर है। ये वर्ष 1972 में अपोलो 16 मिशन में जाने वाले दूसरे व्यक्ति थे। Charles Duke एक अंतरिक्ष यात्री होने के साथ साथ अमेरिकन एयर फाॅर्स में भी कार्यरत रहे थे।
11. यूजीन सेरनन (Eugene Cernan)
वर्ष 1972 में अपोलो 17 मिशन में जाने वाले यूजीन को चाँद पर जाने वाले व्यक्ति की सूची में 11 वें स्थान पर रखा गया है। इनका नाम उन आखिरी अंतरिक्ष यात्रियों में भी शुमार हो चूका है जो अंतिम बार चाँद पर गए थे। चांद पर अपने कदमों के निशान छोड़ने वाले आखिरी व्यक्ति भी हैं. इनका पूरा नाम Eugene Andrew Cernan है.
12- हैरिसन स्मिथ (Harrison H. Schmitt)
चन्द्रमा पर कदम रखने वाले आखिरी व्यक्तियों में से एक इनका नाम भी है। ये 12 वे अंतरिक्ष यात्री हैं जिन्होंने चाँद की यात्रा की है। ये Apollo Mission 17 के तहत एक भू- विज्ञानी के तौर पर चाँद पर गए थे, जिसे आखिरी बार चाँद पर की गयी यात्रा के रूप में जाना जाता है। इनका पूरा नाम हैरिसन हैगन श्मिट है.
Who Orbited the Moon? चंद्रमा की परिक्रमा किसने की? चाँद की परिक्रमा करने वाले व्यक्तियों के नाम
- Frank Borman – Apollo 8
- William A. Anders – Apollo 8
- James A. Lovell Jr. – Apollo 8, Apollo 13
- Thomas Stafford – Apollo 10
- Michael Collins – Apollo 11
- Richard F. Gordon Jr. – Apollo 12
- Fred W. Haise Jr. – Apollo 13
- John L. Swigert Jr. – Apollo 13
- Stuart A. Roosa – Apollo 14
- Alfred M. Worden – Apollo 15
- Thomas K. Mattingly II – Apollo 16
- Ronald E. Evans – Apollo 17
काफी समय से कोई अंतरिक्ष यात्री चाँद पर क्यों नहीं गया?
आपने यह तो जान लिया कि Chand Par Kon Kon Gaya Tha. लेकिन आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा 1972 के बाद से किसी भी अंतरिक्ष यात्री ने चांद का सफर क्यों नहीं किया? असल में इसकी असली वजह पैसों की लागत और सरकारी अडचने हैं.
मिशन के दौरान स्पेस शटल, स्पेस स्टेशन और कुछ अन्य उपकरण को काम में लिया जाता है जिसमें पैसों की लागत बहुत ज़्यादा होती है। इसके अलावा चाँद पर कोई ठोस तत्व या जानकारी भी प्राप्त नहीं हुए जो मनुष्य को चाँद पर दोबारा जाने के लिए उत्साहित कर सके.
Chand Mein Kaun Kaun Gaya Hai से संबंधित प्रश्न और उनके जवाब
अमेरिका ने साल 1968 से 1972 के बीच चाँद की तरफ कुल 9 सफल मानव मिशन भेजे थे। इन 9 मिशनों में से 6 बार अंतरिक्ष यान को चाँद की सतह पर सफलतापूर्वक उतारा गया और 3 अभियानों (मिशनों) में अंतरिक्ष यानों ने केवल चाँद की परिक्रमा की थी।
जिन 6 मिशनों में चाँद की सतह पर लेंडिग की गई, उनमें हर बार 2 अंतरिक्ष यात्रियों ने चाँद की सतह पर कदम रखा था।
इस तरह से अब तक कुल 12 लोगों ने चाँद की सतह पर कदम रखा है, जिनकी लिस्ट नीचे दी गई है। ब्रैकेट में उस मिशन का नाम है, जिसमें यह लोग गए थे-
- Neil Armstrong (Apollo 11)
- Edwin “Buzz” Aldrin (Apollo 11)
- Charles “Pete” Conrad (Apollo 12)
- Alan Bean (Apollo 12)
- Alan B. Shepard Jr. (Apollo 14)
- Edgar D. Mitchell (Apollo 14)
- David R. Scott (Apollo 15)
- James B. Irwin (Apollo 15)
- John W. Young (Apollo 16)
- Charles M. Duke (Apollo 16)
- Eugene Cernan (Apollo 17)
- Harrison H. Schmitt (Apollo 17)
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अब आपको यह भी बता दें कि जो 9 अभियान चाँद की तरफ सफलतापूर्वक गए थे, उनमें हर बार 3 अंतरिक्ष यात्री शामिल थे. लेकिन 3 अंतरिक्ष यात्री ऐसे भी थे, जो दो-दो बार इन अभियानों का हिस्सा बने थे। इस तरह कुल 24 (9*3=27,27-3=24) लोग हैं, जो चाँद की तरफ गए थे।
जिन 6 अभियानों में अंतरिक्ष यात्रियों ने सफलतापूर्वक चाँद की सतह पर कदम रखा था, उनमें भी 3-3 व्यक्ति ही गए थे। 2 व्यक्ति एक यान से चाँद पर उतरते थे और तीसरा उस यान में चाँद की परिक्रमा करता रहता था, जिसमें तीनों को पृथ्वी की ओर वापिस लौटना होता था।
Apollo 8,10 और 13 मिशनों में केवल चाँद की परिक्रमा की गई थी। Apollo 13 को चाँद की सतह पर उतरना था, लेकिन चाँद की कक्षा में पहुँचने के बाद, उसमें कुछ तकनीकी ख़राबी आ गई, जिसकी वजह से वो चाँद पर उतर नहीं पाए औऱ उन्हें वापिस पृथ्वी पर लौटना पड़ा।
चाँद पर जाने वाली पहली महिला कौन थी?
अभी तक कोई भी महिला चाँद पर नहीं उतरी है। और ना ही चाँद का चक्कर लगाने वाले किसी मिशन में शामिल रही है।
अमेरिका ने कुल 9 मानव मिशन चाँद की तरफ सफलतापूर्वक भेजे हैं। इन मिशनों में 24 व्यक्ति चाँद की ओर गए थे। यह सभी अंतरिक्ष यात्री पुरूष थे।
चाँद पर जाने वाला पहला भारतीय कौन था?
अभी तक कोई भी भारतीय चाँद पर नहीं गया है। जो 24 व्यक्ति चाँद की तरफ गए थे, वो सभी अमेरिकी थे।
अभी तक सिर्फ अमेरिका ही चाँद पर अपने लोगों को भेज पाया है। किसी और देश ने अब तक यह कारनामा नहीं किया है।
कुछ लोगों का कहना है कि कल्पना चावला चाँद पर जाने वाली पहली भारतीय महिला है। यह सच नहीं है।
कल्पना चावला अमेरिका की तरफ से अंतरिक्ष में गई थी, और उन्होंने अंतरिक्ष यान से अपने साथियों के साथ पृथ्वी की परिक्रमा की थी।
इनके सिवाए राकेश शर्मा और सुनीता विलियम्स ही भारतीय मूल के वो व्यक्ति हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की है। राकेश शर्मा रूस के मिशन में और सुनीता अमेरिका के मिशन में अंतरिक्ष में गई थी। दोनों ने अंतरिक्ष यान के जरिए पृथ्वी की परिक्रमा की थी।
चाँद धरती से कितना दूर है
जब भी हम चन्द्रमा की ओर देख्नते है, तो हमें यह काफी नजदीक लगता है। लेकिन वास्तव में यह काफी दूर है। चाँद (चन्द्रमा) हमारे पृथ्वी (धरती) से लगभग 3,84,400 किलोमीटर व 238855.086 मील की दूरी पर स्थित है.
चाँद पर सबसे पहले कौन गया है
चाँद पर सबसे पहले कदम रखने वाले व्यक्ति का नाम नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) है. नील आर्मस्ट्रांग 1969 में अपोलो-11 मिशन पर गए थे. इन्हें ही सबसे पहले चाँद पर जाने का गौरव प्राप्त हुआ.
चांद पर जाने में कितना समय लगता है?
1959 में तत्कालीन सोवियत संघ ने चांद पर अपना मिशन लूना-2 भेजा था। यह महज 34 घंटों में ही चांद पर पहुंच गया था। ठीक 10 साल बाद 20 जुलाई, 1969 में अमेरिका ने अपना अपोलो-11 मिशन रवाना तिया था। यह पहला मौका था, जब इंसान चांद पर उतरा। इस मिशन को चांद पर पहुंचने में 4 दिन, 6 घंटे और 45 मिनट का वक्त लगा था। अपोलो-11 को चांद पर पहुंचने में 51 घंटे और 49 मिनट लगे थे।
अब तक के सबसे तेज गति वाले विमान नासा न्यू होरिजन ने (2006 में) करीब 8 घंटे और 35 मिनट में पृथ्वी से चन्द्रमा के मध्य की दूरी तय कर ली थी। यह पृथ्वी से चन्द्रमा के बीच की यात्रा को तय करने में लगा अब तक का सबसे न्यूनतम समय है।
चाँद पर अब तक कितने लोग जा चुके हैं?
चाँद पर कौन कौन जा चुका है ये सवाल लोग अक्सर करते हैं। आज तक चाँद पर कुल 12 लोग जा चुके हैं। सबसे पहले 20 जुलाई 1969 को अपोलो 11 मिशन से नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन ने चंद्रमा पर कदम रखा था। इनके अलावा माइकल कॉलिन भी चाँद पर गए थे लेकिन वह अपोलो यान पर ही रहे बाहर नही आये.
12 लोगों के नाम – नील आर्मस्ट्रांग, बज एल्ड्रिन, पीट कॉनरैड, एलन बीन, एलन शेपर्ड, एडगर मिशेल, डेविड स्कॉट, जेम्स इरविन, जॉन यंग, चार्ल्स ड्यूक, जीन करनन, हैरिसन श्मिट.
चाँद पर अब तक सिर्फ इन्ही 12 लोगों ने अपने कदम रखे हैं। आखिरी बार 1972 में जीन करनन और हैरिसन श्मिट अपोलो-17 से चंद्रमा पर गए थे। इसके बाद कोई भी इंसान चाँद पर नही गया.
भारत से चाँद पर कौन कौन गया है | Bharat India Se Chand Par Kon Kon Gaya Hai
अभी तक चाँद पर कोई भी भारतीय नहीं गया है, लेकिन दुनिया के 138वें अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा भारत की ओर से पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया।
चांद पर जाने वाली पहली महिला का नाम क्या है?
आर्टेमिस चंद्र मिशन के तहत इस्राइल की जेसिका मीर को पहली महिला के रूप में चंद्रमा पर कदम रखने का मौका मिल सकता है।
चांद पर जाने वाली भारतीय महिला कौन थी?
चाँद पर नहीं बल्कि अंतरिक्ष पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला कल्पना चावला थी। कल्पना चावला एक भारतीय अमरीकी अन्तरिक्ष यात्री और अन्तरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी और अन्तरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला थी। काफी लोग इन्हें चाँद पर जाने वाली महिला कहते है लेकिन ऐसा नहीं है. ये चाँद पर नहीं गयी हैं. आज तक किसी भी महिला ने चाँद पर कदम नहीं रखा है.
चाँद पर जाने वाली पहली महिला कौन थी?
जैसा कि हमने ऊपर बताया हुआ है कि अब तक चाँद पर कोई भी महिला नहीं गयी है. लेकिन अमेरिकी महिला सैली राइड अंतरिक्ष में जाने वाली दुनिया की पहली महिला थीं।
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जब आप गूगल से या फिर गूगल असिस्टेंट से यही सवाल करेंगे कि गूगल बताओ अभी तक chand per kaun kaun gaya hai? तो वह इसका उत्तर आपको दे देगा.
चाँद से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
1. क्या आपको पता है। की जो प्रकाश चाँद रात के समय हमारी धरती पर फैलाता है। वह प्रकाश असल में चाँद का नहीं बल्कि सूर्य का होता है। चाँद सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होकर धरती पर प्रकाश फैलता है।
2.धरती से जो चाँद का हिस्सा दिखता है। वह पुरे चाँद का सिर्फ 59 प्रतिशत हिस्सा होता है।
3.क्या आप जानते है। की चाँद गोल नहीं होता बल्कि अंडे के आकार जैसा होता है।
4.चन्द्रमा धरती के आकार के मुकाबले में सिर्फ 27 प्रतिशत ही है।
5.क्या आपको पता है। की धरती के अंदर लगभग 9 चाँद समा सकते है।
6.क्या आपने कभी गौर किया है। की आधे चाँद के मुकाबले पूरा चाँद 9 गुना ज्यादा चमकदार होता है।
7.चाँद का अनुमानित वजन लगभग 81 अरब टन है।
8.साल 1972 के बाद कोई भी इंसान चाँद पर नहीं गया है। यानी लगभग 49 सालो से कोई भी मनुष्य चाँद पर नहीं गया है।
9.आपने कभी सोचा है। अगर चाँद कभी गायब हो जाये तो पृथ्वी पर 1 दिन कितने समय का होगा। उस समय धरती पर 1 दिन लगभग 6 घंटे का हो जायेगा।
10.क्या आप जानते है। की अब तक चाँद पर केवल 12 इन्सान ही जा चुके है।
11.अगर धरती पर आपका वजन 60 किलोग्राम है। तो चन्द्रमा पर Low Gravity के कारण वहा आपका वजन 10 किलोग्राम हो जायेगा। यही एक कारण है। की धरती से जाने वाले अंतिरक्ष यात्री वहा ज्यादा उछल-कूद करते है।
12.क्या आप जानते है। की चन्द्रमा पर लगभग 1,81,400 किलोग्राम मलबा है। इसमें 70 से ज्यादा अंतिरक्ष यान और दुर्घटना ग्रस्त कृतिम उपग्रह है।
13.एक समय ऐसा आता है। जब चाँद पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। उस समय को चन्द्रग्रहण कहते है। इस ग्रहण के दौरान धरती के कुछ हिस्से में अँधेरा छा जाता है।
14.चाँद पर इंसान द्वारा छोड़े गए 96 बैग ऐसे है। जिसमे वहा जाने वाले अंतिरक्ष यात्रियों के मल,मूत्र व उल्टिया है।
15.क्या जानते है। की चन्द्रमा का क्षेत्रफल अफ्रीका देश के क्षेत्रफल का बराबर है।
16.चाँद पर सबसे पहले कदम रखने वाले इन्सान का नाम नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) है. नील आर्मस्ट्रांग 1969 में अपोलो-11 मिशन पर गए थे।
17.चन्द्रमा पर दूसरा कदम बज़ एड्रियन (Buzz Adrian) ने साल 1969 में अपोलो-11 मिशन में नील आर्मस्ट्रांग के साथ रखा था।
18.चंद्रमा पर कदम रखने वाले अंतिम व्यक्ति का नाम जीन सर्नन (Gene Cernan) था. जो की साल 1972 में अपोलो-17 मिशन पर गए थे।
19.आपको यह बात जानकर अपने देश भारत पर गर्व होगा.क्योकि चाँद पर सबसे पहले चाँद पर पानी है इसकी खोज भारत देश ने की थी.साल 2008 में चंद्रयान मिशन में चाँद पर बर्फ के रूप में पानी को खोजा था।
20.क्या आपको पता है.की धरती की तरह चाँद पर भी भूकंप आते है.जिसे Moonquakes का नाम दिया गया है.धरती पर आने वाले भूकंप का समय बहुत कम होता है. लेकिन वही चंद्रमा पर Moonquakes आधे से एक घंटे तक आ सकता है।
21.पृथ्वी पर सबसे ऊँचा पर्वत माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) है. इसकी ऊँचाई 8848 मीटर है. वही चाँद के सबसे ऊँचे पर्वत का नाम मॉन्स हाइजन (Mons Huygens) है. इसकी ऊँचाई 4700 मीटर है।
22.क्या आपको पता है.की आप चाँद पर इन्टरनेट भी चला सकते है. NASA के द्वारा चंद्रमा पर wi-fi connection की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है.इस wi-fi connection की स्पीड 19 mbps है।
23. रात को चाँद देखने पर उसमे जो काले धब्बे दिखाई देते है.असल में वह चंद्रमा की सतह से टकराने वाले क्षुद्रग्रह और धूमकेतु के कारण इसकी सतह पर बहुत सारे गड्ढे हैं.यह गड्ढे अभी तक नहीं भरे क्योकि चाँद पर कोई वायुमंडल नहीं है।
24. चाँद का मानचित्र सबसे पहले ब्रिटिश खगोलशास्त्री थॉमस हैरियट (Thomas Harriot) ने बनाया गया था।
25.चाँद पर गोल्फ खेलने वाले पहले व्यक्ति का नाम एलन शेफर्ड (Alan Shepherd) है. एलन शेफर्ड ने 1971 में चाँद की जमीन पर गोल्फ खेला था.उनके द्वारा हिट की गई गेंद 800 मीटर तक गई थी।
26.Apollo-11 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा चाँद पर कुछ यादगार निशानियाँ छोड़ी गई है.जैसे सोने की एक पिन, दुनिया के 73 राजनेताओं का सद्भावना संदेश, apollo-1 mission के यान का एक टुकड़ा, apollo-1 mission के अंतरिक्ष यात्रियों की याद में कुछ मैडल्स भी वहा छोड़े गए है।
27.क्या आपको पता है. की चाँद पर पेशाब करने वाले पहले व्यक्ति का नाम बज़ एल्ड्रिन (Buzz Aldrin) है।
28.आज तक के अपोलो मिशन द्वारा चाँद की जमीन से 196 टुकड़े लाये गये हैं, जिनका कुल भार 382 किलोग्राम है।
29.अनुमानित अगर कोई इंसान 70 मील/प्रतिघंटे की रफ़्तार से गाड़ी चलते हुए चाँद पर जायेगा तो उसे चाँद पर पहुचने में लगभग 135 दिन का समय लग जायेगा।
30.चाँद पर रात को दिखाई देने वाले काले धब्बो को चीन में ”चाँद का मेढक” कहा जाता है।
31.वायुमंडल नहीं होने के कारण अगर किसी इंसान के पैरो के निशान 10 सालो पहले छोड़े जाते है.तो आज तक उसके पैरो के निशान हमे देखने को मिल जायेंगे.चाँद पर कदम रखने वाले दूसरे व्यक्ति बज़ एड्रियन (Buzz Adrian) के पैरो के निशान आज भी चंद्रमा की जमीन पर मौजूद हैं।
32.cold war के दौरान अमेरिका ने अपनी श्रेष्ठता प्रदर्शित करने के लिए चाँद पर परमाणु बम धमाके करने की योजना बनाई थी. यह एक ख़ुफ़िया प्रोजेक्ट था, जिसे प्रोजेक्ट (Project A-119) नाम दिया गया था. लेकिन यह प्रोजेक्ट कभी पूरा नहीं हुआ।
33.क्या आपको यह पता है की उस समय अपोलो 11 यान के चन्द्रमा लैंडिंग के समय इस्तेमाल किये गए कम्प्यूटर के मुकाबले आज के समय का स्मार्ट फ़ोन ज्यादा कम्प्यूटिंग सकती से लेस है।
34.अमेरिका देश ने चंद्रमा पर इंसान भेजने और ओसामा बिन लादेन को ढूंढने में बराबर पैसा खर्च किया है.लगभग 10 साल में 100 करोड़ डॉलर।
35.आपकी जानकारी के लिए बता दू की आज तक कोई भी महिला चाँद पर नहीं गयी है.और न ही चाँद का चक्कर लगाने के मिशन में शामिल हुई है।
36.आपको जानकर हैरानी होगी की चाँद पर अभी तक 24 इंसान ही जा चुके है.जिनमे से सारे व्यक्ति अमेरिकी लोग थे।
37.कुछ लोगो का मानना है की कल्पना चावला चाँद पर जाने वाली पहली भारतीय महिला थी.लेकिन यह सच नहीं है.कल्पना चावला को अमेरिका की तरफ से अन्तरिक्ष में भेजा गया था।
38.क्या आपको पता है की चाँद पर जाने में कितना समय लगता है.पृथ्वी से चन्द्रमा तक पहुचने में लगभग 3 दिन का समय लगता है।
39. चाँद पृथ्वी के इर्द-गिर्द घूमते समय अपना सिर्फ एक हिस्सा ही पृथ्वी की तरफ रखता है। इसलिए चाँद का दूसरा भाग आज तक पृथ्वी से किसी मनुष्य ने नहीं देखा। लेकिन अंतरिक्ष यानों की सहायता से चांद के दूसरे हिस्से की तस्वीरें ली जा चुकी हैं।
40.क्या आप जानते है की चंद्रमा हर साल हमारी पृथ्वी से 4 सेंटीमीटर दूर होता जा रहा है।
41.नील आर्मस्ट्रांग ने जब पहली बार चाँद पर कदम रखा था.उस समय जो उनके पैरो का निशान चाँद पर बना था.वह निशान आज भी चाँद पर देखा जा सकता है।
42.अब से 50 अरब साल बाद चाँद धरती का एक चक्कर 47 दिनों में पूरा करेगा।
43.अगर सूर्य नहीं होता तो हम इंसान चाँद को कभी नहीं देख पाते।
44.आज तक चाँद पर 6 झंडे गाड़े जा चुके है. जिसमे से 5 अभी भी गड़े हुए है।
45.Apollo 17 के एक मिशन के दौरान एक अन्तरिक्ष यात्री के पोशाक में चाँद के सतह की मिट्टी लग गयी थी. लेकिन बाद में उस मिट्टी की जाँच की गई तो पता चला की वह मिट्टी बंदूक के गोली में इस्तेमाल किए जाने वाले बारूद की तरह महकती है।
46.पृथ्वी से चाँद की दुरी लगभग 3,84,402 km है।
47.चाँद की खगोलीय रूपरेखा (Moon astronomical Profile In Hindi)
- त्रिजा ( radius ) – 1737.1 km.
- वायुमंडलीय दबाव ( atmospheric pressure ) – 10^-7 Pa.
- गुरुत्वाकर्षण बल ( gravity ) – 1.62 m/s^2.
- पलायन वेग ( Escape Velocity ) – 2.38 km/s.
- सतह की क्षेत्रफल – 3.793 * 10^7 km^2.
- द्रव्यमान ( Mass ) – 7.342 * 10^22 kg.
- ध्रुवीय व्यास ( Polar Diametre ) – 1736.0 km.
- आयतन ( volume ) – 2.1958 * 10^10 km^3.
- भू-मध्य व्यास ( Equitorial Diametre ) – 1738.1 km.
48.चन्द्रमा अपनी कलाओं के द्वारा 15-15 दिन के हिसाब से घटता व बढ़ता रहता है. जिसकी वजह से पूर्णिमा व अमावस्या होती है।
49.चाँद को पृथ्वी की बहन भी कहा जाता है।
50.खगोल वैज्ञानिको द्वारा यह अनुमान लगाया गया है.चन्द्रमा की आयु लगभग 4.53 अरब साल है।
51. आर्मस्ट्रांग चांद पर उतरने वाले पहले व्यक्ति होंगे इस बात का निर्णय मार्च 1969 की एक मीटिंग में लिया गया था। इस निर्णय में आर्मस्ट्रांग की प्रतिभा और अनुभव के साथ कुछ भूमिका इस बात की भी थी कि नासा प्रबंधन का यह मानना था कि आर्मस्ट्रांग एक विनम्र स्वभाव के व्यक्ति हैं।
52. क्या आपको पता है कि 1950 के दशक के दौरान अमेरिका ने परमाणु बम से चाँद को उड़ाने की योजना बनाई थी।
53. सौर मंडल के 181 उपग्रहो में चाँद का आकार 5 वे नंबर पर है।
54. चाँद के रौशनी वाले हिस्से का तापनान 180°C तक पहुँच जाता है जब कि अधेरे वाले भाग का -153°C तक।
55. अमेरिकी सरकार ने चाँद पर आदमी भेजने और ओसामा बिन लादेन को ढूंढने में बराबर समय और पैसा खर्च किया : 10 साल और 100 करोड़ डॉलर।
56. चंद्रमा की गुरुत्वाकर्षण शक्ति कम होने के कारण इसका कोई वायुमंडल नहीं है। वायुमंडन ना होने की वजह से सौर वायु और उल्कापिंड के आने का खतरा लगातार बना रहता है।
57. चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह (Natural satellite) है. पृथ्वी और थिया (मंगल ग्रह के आकार का एक तत्व) के बीच भारी टक्कर के बाद बचे हुए मलबे के अवशेषों से 4.5 अरब साल पहले चंद्रमा का निर्माण हुआ था.
58. चंद्रमा पर तापमान दिन के दौरान अत्यधिक गर्म और रात में अत्यधिक ठंडा होता है. चंद्रमा पर दिन का तापमान 180 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है जबकि रात का तापमान -153 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है.
59. चंद्रमा 2300 मील/घंटा (3700 किमी/घंटा) की औसत गति से पृथ्वी की परिक्रमा करता है.
60. चंद्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने में 27.3 दिन लगते हैं.
61. चंद्रमा का अपना कोई प्रकाश नहीं है. यह सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करता है. इस प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में 1.3 सेकंड का समय लगता है.
62. पृथ्वी से देखने पर सूर्य और चंद्रमा दोनों एक ही आकार के प्रतीत होते हैं. लेकिन वास्तव में चंद्रमा सूर्य से 400 गुना छोटा है. सूर्य की तुलना में पृथ्वी के 400 गुना करीब होने के कारण, चंद्रमा सूर्य के आकार के लगभग समान प्रतीत होता है.
63. चूंकि चंद्रमा पृथ्वी से छोटा है, इसलिए इसका गुरुत्वाकर्षण बल कमजोर है. वास्तव में, चंद्रमा पर पृथ्वी के मुकाबले केवल 1/6 गुरुत्वाकर्षण है. इसका मतलब है कि चंद्रमा पर आपका वजन पृथ्वी की तुलना में छह गुना कम होगा.
64. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय चंद्रमा की सतह पर धूल का बादल (Dust cloud) मंडराता है. इसका असली कारण अभी तक पता नहीं चला है.
65. पृथ्वी के केंद्र से चंद्रमा के केंद्र की दूरी 384,400 किलोमीटर है.
66. पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के परस्पर गुरुत्वाकर्षण बल के कारण समुद्र के पानी में ज्वार की लहरें उठती हैं.
67. मॉन्स ह्यूजेंस (Mons Huygens) चंद्रमा की सबसे ऊंची चोटी है. इसकी लंबाई करीब 4700 मीटर है.
68. चंद्रमा से आकाश नीला नहीं बल्कि काला दिखाई देता है, क्योंकि वहां प्रकाश का प्रकीर्णन नहीं होता है.
69. जब नील आर्मस्ट्रांग (Neil Armstrong) पहली बार चंद्रमा पर उतरे थे, तब उनके पास राइट ब्रदर्स (Wright Brothers) के पहले हवाई जहाज का एक टुकड़ा था.
70. आखिरी बार किसी व्यक्ति द्वारा चंद्रमा का दौरा दिसंबर 1972 में NASA के Apollo 17 मिशन के दौरान किया गया था.
71. 1972 में Apollo 17 मिशन पर चंद्रमा पर कदम रखने वाले अंतिम व्यक्ति जीन सर्नन (Gene Cernan) थे.